Shravanika vrat katha paath
-
Delivery across RussiaWe will deliver your order by courier throughout India & Abroad by reputed shipping company.
-
Payment onlinePay for your order by credit card, Debit card, UPI, PayTM, GPay.
-
Store in Mumbai- BharatCall: divyayogashop@gmail.com
श्रावणिका व्रत
भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की अष्टमी एवं चतुर्दशी पर यह व्रत किया जाता है। स्नान करके मध्याह्न के समय कर्ता को कई नारियों या एक नारी (यदि वह धनहीन हो) या सुचरित्र ब्राह्मण सगोत्र नारियों एवं एक विद्वान एवं सुचरित्रवान ब्राह्मण को आमंत्रित करना चाहिए, उनके चरणों को पखारना चाहिए, उन्हें अर्ध्य देना चाहिए, गंध आदि से उनकी पूजा करनी चाहिए तथा उन्हें भोजन देना चाहिए। नारियों के समक्ष सूतों एवं मालाओं से आवृत 12 जलपूर्ण घट रखे जाने चाहिए, अपने सिर पर एक घट रखना चाहिए तथा केशव का ध्यान करना चाहिए, प्रार्थना करनी चाहिए कि वह पितृ ऋणों, देव ऋणों एवं मनुष्य ऋणों से मुक्त हो जायें।नारियाँ आशीर्वचन देती हैं–'ऐसा ही हो'। यह व्रत तिथिव्रत होता है।श्रावण्य नामक देवियाँ पूजी जाती है। जो ब्रह्मा से जाकर कर्ता जो कुछ अच्छा या बुरा करता है, कहती हैं।
See puja/sadhana rules and regulation
See- about Diksha
See- Mantra jaap rules
Katha-Path Days | 1 day Shravanika vrat katha paath |
Tithi Muhurth | Krishna Paksha Chaturdashi, Shukl Paksha Chaturdashi |