Holi-16th March 2014
होलिका दहन
इस दिन क्या करें
एक नारियल लेकर अपने ऊपर ११ बार घुमाकर (मन मे मनोकामना करे कि
मेरी सारी समस्याये, बुराईयां, बुरी आदते, व्यसन, जाने-अंजाने किये गये पाप,
बिमारियां ईत्यादि सभी इस होली मे भस्म हो रहे है ) होली मे विसर्जित कर दे। यह
क्रिया परिवार का हर व्यक्ति कर सकता है, या एक नारियल लेकर परिवार के सभी सदस्य के
ऊपर ११-११ बार घुमाकर होलिका मे डाला जा सकता है।
होलिका दहन मे जरुर भाग लें | अगर किसी वजह से आप रात में होलीं जलाने के
वक्त शामिल न हो पायें तो अगले दिन सुबह सूर्य उदये से पहले जलती हुई होली के निकट
जाकर तीन परिक्रमा करें | होली में अलसी , मटर ,चना गेंहू कि बालियाँ और गन्ना इनमे
से जो कुछ भी मिल जाये उसे होली की आग में जरुर डालें |
परिवार के सभी सदस्यों के पैर के अंगूठे से लेकर हाथ को सिर से ऊपर पूरा ऊँचा करके
कच्चा सूत नाप कर होली में डालें |
होली की विभूति यानि भस्म (राख)
घर जरुर लायें पुरुष इस भस्म को मस्तक पर और महिला अपने गले में , लगाने से एश्वर्य
बढ़ता है |
इस दिन कामदेव की पूजा करने पर वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है | अगर कामदेव की साधना
नही कर पाये तो कामदेव मंत्र "ॐ कामदेवाय मम् कार्य कुरु कुरु नमः" १०८ बार
अवश्य करे।
होली शुभ दिन पर मन में किसी भी प्रकार का शत्रुता का भाव न रखें, इससे साल भर आप
शत्रुओं पर विजयी बने रहते है |
घर आने वाले मेहमानों को सौंफ और मिश्री या मिठाई जरुर खिलायें, इससे अपनापन प्रेम भाव बढ़ता है |
होली - रंग पंचमी
सबसे पहली बात यह है कि रंग जरुर खेले इस दिन रंग खेलने से जीवन में खुशियों के रंग आते है और उदासी और क्लेश दूर हो जाते है| अगर आप घर से बाहर जा कर होली नहीं खेलना चाहते हैं तो घर पर ही होली खेले |
सुबह सुबह पहले भगवान को रंग चढ़ा कर ही होली खेलना शुरू करे |
किस रिश्ते के किस अंग में रंग लगायें-
माता – पैर
पिता -पैर
पत्नी / पति – सर्वांग (पूरे शरीर मे रंग लगा सकते है, इससे आपसी प्रेम बना रहता
है)
बड़ा भाई -मस्तक (माथे पर रंग लगाये)
छोटा भाई – भुजायें
बड़ी बहन – हाथ और पैर पर
छोटी बहन – गाल,
बड़ी भाभी / देवर – हाथ और पैर पर
ननद और देवरानी- सर्वांग (पूरे शरीर मे रंग लगा सकते है, इससे आपसी प्रेम बना रहता है)
छोटी भाभी -सर और कन्धे पर