श्री हनुमान जयन्ती
हर वर्ष चैत्र पूर्णिमा पर हनुमान जयंती मनाई जाती है। भगवान हनुमान इस कलयुग के तुरंत प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं। भगवान हनुमान का सिर्फ ध्यान करने से कृपा मिलने लगती हैं। ये अपनी पूजा- साधना मे लापरवाही बर्दास्त नही करते। आगे कुछ मन्त्र दिये जा रहे है जिनका उपयोग हनुमान जयंती के दिन या किसी भी मंगलवार को विधिवत करे सर्व मनोकामना पूर्ण होती है.
॥ॐ हं हं हं हनुमंते नम:॥
कोर्ट-कचहरी, सरकारी कामो मे अडचने, हर तरह का वाद-विवाद, तथा जमीन जायदाद से
जुडी प्रत्येक समस्या के लिये ५४० बार इस मंत्र को हनुमान मंदिर मे जाकर अवश्य जपे.
॥ॐ हुं हुं हं हनुमंते
रुद्रात्मकाय हुं हं फट्॥
जब शत्रु अधिक परेशान कर रहे
हो और कोई उपाय सूझ न रहा हो, जीवन - मृत्यु का पृश्न आ
गया हो तो ५४० बार इस मंत्र को हनुमान मंदिर मे जाकर अवश्य जपे.
॥ॐ हं हं पवनसुताय हं नमः॥
श्री
हनुमानजी की कृपा
व सुख-समृद्धी प्राप्त करने के लिये
इस मंत्र को ४१ दिन तक जपे.
॥ॐ नमो हं मर्कट मर्कटाय
हं स्वाहा॥
अगर यह मंत्र नियमित जपे तो शत्रु के मन मे आपके प्रति दुश्मनी की भावना धीरे-धीरे
समाप्त होने लगती है.
॥ॐ नमो भगवते अंजनीपुत्र महाबलाय
हं स्वाहा॥
अगर आप
असाध्य बिमारियो से परेशान हो तो इस मंत्र का
नियमित जाप करें।
॥ॐ नमो भगवते हं हनुमंते
हं नम:॥
हर तरह की सुख समृद्धी के लिये इस मन्त्र का जाप करे
॥ॐ हं पवनसुताय मम् कार्य कुरु कुरु हं नमः॥
कठिन से कठिन कार्य मे सफलता प्राप्त करने के लिये इस
मन्त्र का नियमित अभ्यास करे.
॥ॐ हं राम भक्त हनुमंता मम् कार्य साधय साधय नमः॥
मन-पसंद वर की प्राप्ति के लिये इस मन्त्र का नियमित जाप करे.
See- What to do on hanuman jayanti
ये सभी मन्त्र आप हनुमान मंदिर मे दर्शन कर जाप करे और हर मन्त्र कम से कम ५४० बार या ५ माला अवश्य जपे. अगर आपके आस-पास हनुमान मंदिर न हो तो श्री हनुमान जी के फोटो के सामने भी जप सकते है. और ये मंत्र हनुमान जयंती से या किसी भी मंगलवार से शुरु कर जब तक आपकी इच्छा पूरी नही होती, तब तक जाप जारी रख सकते है.