गणेश अंतर त्राटक या गणेश मानस ध्यान
भगवान गणेश सभी देवताओ मे पृथम देव माने जाते है आप किसी भी पद्धति से पूजा-साधना कर रहे हो चाहे वह वैदिक पद्धति हो या तांत्रिक पद्धति या फिर वामाचार पद्धति हर पद्धति मे सर्वपृथम भगवान गणेश की ही पूजा होती है. इसलिये प्रत्येक कार्य मे सफलता प्राप्त करने के भगवान गणेश की पुजा होती है.
अगर आप भगवान गणेश की साधना करना चाहते है तो आपको १२५००० जप कर सिद्धी प्राप्त करनी होगी. इसमे एक ब्यक्ति को साधना करने के लिये ७ से ८ महीने का समय लग जायगा. इस समय मै यह कहना चाहुंगा कि जो लाभ आप साधना से प्राप्त करना चाहते है, वही लाभ आप गणेश अंतर त्राटक से प्राप्त कर सकते है.
इसलिये आज हम बात करेगे गणेश अंतर त्राटक के लाभ की.
- यह अंतर त्राटक आपके प्रभा-मंडल को बढाता है.
- यह अंतर त्राटक आपके कार्य को सफल बनाता है.
- पूजा-साधना मे सफलता मिलती है.
- घर-परिवार मे सुख-शांती आती है
- आपका शरीर तंत्र बाधा से सुरक्षित हो जाता है.
- आपका शरीर बिमारियो से बचा रहता है.
अब जानते है कि गणेश अंतर त्राटक या गणेश मानस ध्यान कैसे करे.
एक शांत कमरे का चुनाव करे. दरवाजे की घंटी, मोबाईल फोन को बंद कर दे ढीले-ढाले वस्त्र पहने. एक कुर्सी पर या, जमीन पर आसन बिछाकर बैठ जाय. अपने ठीक सामने भगवान गणेश की मुर्ती या फोटो को रखे. अब अपने आज्ञा चक्र को पिंच करे और गणेश बीज मन्त्र " ग्लौम" का उचारण १ मिनट तक करे. अब एकटक कुछ सेकेंड उस चित्र या मुर्ती को देखते रहे. और आख बंद कर ले, और उस मुर्ती को या चित्र को अपने आखो के सामने लाने का प्रयास करे. आप देखेंगे कि कुछ सेकेंड के लिये वह चित्र या मुर्ती आपके आखो के सामने दिखाई देगी, फिर गायब हो जायेगी. पहले दिन यह अभ्यास ५-६ मिनट तक करना है.
अब दूसरे दिन पुनः निश्चित समय पर अभ्यास शुरु करे. अब अपने दोनो आखो के बीच यानी आज्ञा चक्र पर पिंच करे और १ मिनट तक काली बीज " ग्लौम" का उच्चारण करे.. अब उस चित्र को या मुर्ती को अपने आखो के सामने लाने का पुनः अभ्यास करे....
इस तरह से आप देखेंगे कि जैसे-जैसे आपका अभ्यास बढता जायेगा वैसे - वैसे आखे बंद करने के बाद भगवान गणेश का चित्र ज्यादा समय के लिये आपके सामने टिकना शुरु हो जायेगा. बस यही आपको चाहिये. जब आपका अभ्यास २१ से २५ दिन का हो जाय तो आप देखेंगे कि वह मुर्ती या चित्र आपकी आखो के सामने २ से ३ मिनट तक टिकना शुरु हो जायेगा.
याद रखे शुरुवात मे सिर्फ कुछ सेकेंड के लिये ही आपके आखो के सामने दिखाई देगा. २ से ३ मिनट तक दिखाई दे रहा है तो यह मान कर चलिये कि आपने बहुत ही अच्छा अभ्यास किया है. ऐसा करने से भगवान गणेश की जो खासियत है, या जो गुण है वह आपके अंदर आने शुरु हो जाते है. यानी आपकी बात-चीत का प्रभाव दूसरे होना शुरु हो जाता है, आपके चेहरे पर तेज आना शुरु हो जाता है. आप जिससे भी मिलेगे उसे आप प्रभावित कर देंगे. इसके आलवा नजर से भी बचाव होना शुरु हो जाता है.
See- Ganesha manas dhyan
अब हम जानेंगे कि इसका उपयोग कैसे करते है.
अगर आप इंटरव्यू देने जा रहे है तो अपने हाथ मे हल्दी का टुकडा रखे और १ मिनट " ग्लौम" मन्त्र का उच्चारण करे और भगवान गणेश को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और इंटरव्यू मे जाये.
अगर आप किसी बिजनेस मीटिंग मे जा रहे है तो पीले चावल हाथ मे लेकर या चावल मे थोडा हल्दी मिलाकर अपने हाथ मे ले. और १ मिनट " ग्लौम" मन्त्र का उच्चारण करे और भगवान गणेश को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और मीटिंग मे जाये.
अगर आपका बॉस आप पर भडका हुआ है, वाद-विवाद मे जाना है थोडे काले तिल हाथ मे ले. और १ मिनट " ग्लौम" मन्त्र का उच्चारण करे और भगवान गणेश को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और फिर जाये.
कोई खास क्लाईंट से मिलने जाना है तो छोटी सी चंदन की लकडी अपने हाथ मे ले. और १ मिनट " ग्लौम" मन्त्र का उच्चारण करे और भगवान गणेश को अपने आखो के सामने ध्यान मे लाकर यानी मानस त्राटक कर आशिर्वाद मागे और उस क्लाईंट से मिलने वही चंदन की लकडी जेब मे रखकर जाये.
आशा है आप इन विधियो को अपनायेंगे