कैसे जाने कि हमारा कौन सा चक्र खराब है
हमारा शरीर सूक्ष्म रूप मे स्थित ७ चक्रो के द्वारा संचालित होता है. इन ७ चक्रो के द्वारा हमारे शरीर के ५ तत्व और ३ शक्तिया जैसे कि तामसिक शक्ति, सात्विक शक्ति तथा राजसिक शक्ति संतुलित रहती है. और हम पूर्ण रूप से शारीरिक, मानसिक व अघ्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहते है. किसी कारण से चक्रो का मार्ग अवरुद्ध हो जाये या ये चक्र काम करना कम कर दे या चक्रो का काम करना बंद हो जाय तो उस चक्र से संबंधित शरीर का भाग रोग ग्रस्त हो जाता है. या उस भाग पर कोई समस्या आ जाती है. और यह समस्या शारीरिक भी हो सकती है और मानसिक भी हो सकती है.
आज हम यह जानेगे कि अगर आप बिमार है चाहे वह बिमारी शारीरिक हो या मानसिक. आगे कुछ उदाहरण दे रहा हू इससे आप जान जायेगे कि आपका कौन सा चक्र खराब हुआ होगा.
See Kundalini chakra
- यौन क्षमता की कमी हो
- उत्साह का न होना
- पेट के बल ज्यादा सोना या पेट के बल सोना अच्छा लगता हो
- सेक्स मे आनंद न आना
- पैरो मे खिचाव आना
- गंदे सपने आना
- किसी काम मे मन का न लगना
- पढाई मे मन न लगना
- हमेशा कामुक विचारो मे रहना
- २४ घंटे किसी न किसी अपोजिट सेक्स के बारे सोचते रहना
इसके अलावा गुप्तांग से लेकर पैर के अगूठे तक के भाग मे कोई भी समस्या हो तो इसका मतलब यह है कि आपका मूलाधार या बेसिक चक्र खराब है या ये चक्र इनबैलेंस हो गया है.
- मासिक धर्म की समस्या
- पेट मे दर्द रहना
- पेट मे मरोड रहना
- पेट फूलना
- खाना हजम न होना
- किसी भी तरह का व्यसन करना
- बुरी संगत
- हर पल मुह से गालिया निकालते रहना
- गर्भपात होते रहना
- गर्भ न ठहर पाना
- बच्चेदानी यानी गर्भाशय कमजोर होना
- पेट से संबंधित सभी समस्या
इस तरह की समस्या का सामना आप कर रहे है तो इसका मतलब यह है कि आपका स्वाधिष्ठान या नाभी चक्र खराब है.
- अनजाना भय
- चोरी, लूट-मार का डर
- भूत-प्रेत का डर
- हत्या का डर
- रात मे डरावने सपने
- बार-बार बिमार पडना
- किसी को अपने बारे मे बुरा कहते सुनाई देना
- शरीर मे काले धब्बे दिखाई दे और कुछ दिन मे निकल जाये
- बार-बार हादसे होते रहना
- नजर लगना
- तंत्र बाधा
- चिडचिडापन
- अचानक ही परिवार से या दूसरो से लडाई-झगडा करने लगना
- दवा का शरीर मे काम न कर पाना
इस तरह की समस्या का सामना आप कर रहे है तो इसका मतलब यह है कि आपका मणीपुर या सोलर चक्र चक्र खराब है.
- ब्लड प्रेशर की समस्या
- छोटी-छोटी बातो पर गुस्सा आ जाना
- हृदय समस्या
- छाती मे दर्द बना रहना
- अत्यधिक भावुक होना
- किसी के भी ऊपर जल्द विश्वास कर लेना
- बार-बार ठगे जाना
- प्रेम मे धोखा खाना
- हृदय और फेफडे से संबंधित सभी समस्या
इस तरह की समस्या का सामना आप कर रहे है तो इसका मतलब यह है कि आपका अनाहत या हार्ट चक्र खराब है.
- आत्मबिश्वास की कमी
- चार ब्यक्तियो के सामने बात न कर पाना
- बचकानी हरकते करना या ऐसी बात करना जो आपकी उम्र से मैच नही करती
- दुविधा मे होना यानी आप सोच नही पा रहे हो कि किस क्षेत्र मे जाऊ किस क्षेत्र मे नही
- अपने अंदर की झुपी क्षमता को बाहर निकाल नही पा रहे हो
- स्मरण समस्या
- हृदय से संबंधित सभी समस्या
इस तरह की समस्या का सामना आप कर रहे है तो इसका मतलब यह है कि आपका विशुद्ध या थायराईड चक्र खराब है.
- शरीर मे कंपन होना
- तुतलाहत की समस्या
- शरीर पर नियंत्रण न होना
- ऑखो की समस्या
- अपनी ही बात पर खरा न उतरना
- पल-पल मे निर्णय बदलते रहना
- ईच्छाशक्ति कमजोर होना
- अपना वादा कभी भी पूरा न कर पाना
- पूजा-पाठ- ध्यान न कर पाना
- किसी भी कार्य को समय पर पूरा न कर पाना
- माईग्रेन या आधाशीशी का दर्द
- दिनो दिन ऑखे कमजोर होते जाना
इस तरह की समस्या का सामना आप कर रहे है तो इसका मतलब यह है कि आपका आज्ञा चक्र या थर्ड आई चक्र खराब है.
- अध्यात्मिक क्षेत्र मे सफल न हो पाना
- भविष्य के लिये किये गये सपने को पूरा न कर पाना.
- अपने कार्य क्षेत्र को बदलते रहना
- पूजा- पाठ- साधना मे सिद्धी न प्राप्त कर पाना
- सिर से संबंधित सभी प्रकार की समस्या
- जाने-अंजाने पाप करते रहना
इस तरह की समस्या का सामना आप कर रहे है तो इसका मतलब यह है कि आपका सहस्त्रार चक्र या्नी क्राऊन चक्र खराब है.