Divyayoga Shop May 7, 2015
लक्ष्मी रमणा की आरती
पारिवारिक सुख तथा धन-स्म्पत्ति के लिये नियमित रुप या हर गुरुवार को आरती करे तो माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
जय लक्ष्मी रमणा श्री जय लक्ष्मी रमणा,
शरणागत जय शरण गोवर्धन धारणा । टेक
जै जै युमना तट निकटित प्रगटित बटुवेषा ।
अटपट गोपी कुंज तट पट पर नटवर वेषा ॥ जय०
जय जय जय रघुवीर कंसारे ।
पति कृपा वारे संसारे ॥ जय०
जय जय गोपी पलक बन्धो ।
जय माता तुम कृष्ण कृपा सिन्धो ॥ जय०
जै जै भक्तजन प्रतिपालक चिरंजीवो विष्णो ।
मामुद्धर दिनो घरणीघर विष्णो ॥ जय०
जै जै कृष्ण निजपत रस सागर में ।
कुरु करुणा कुरु करुणा दास सखासिख में ॥ जय०