शिव रात्री के दिन लाभ उठाये
See what to do on maha shivaratri
हिंदू धर्म मे महाशिवरात्रि एक प्रमुख त्योहार माना जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीना कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को छोटी शिवरात्रि आती है... और फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को महा शिवरात्री आती है... यह दिन कभी फरवरी तो कभी मार्च महीने मे आता है... इस महा शिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव-पार्वती की शादी हुयी थी...इस दिन श्रद्धालु पूरी रात जागकर भगवान भोलेनाथ की पूजा- साधना, आराधना तथा भजन मे लगे रहते हैं। कुछ लोग पूरे दिन और रात उपवास भी करते हैं। शिव लिंग को पानी या गंगा जल और बेलपत्र चढ़ाने के बाद ही वे अपना उपवास तोड़ते हैं।
महिलाओं के लिए शिवरात्रि का विशेष महत्व है। अविवाहित महिलाएं भगवान शिव से प्रार्थना करती हैं कि उन्हें उनके जैसा ही पति मिले। वहीं विवाहित महिलाएं अपने पति और परिवार के लिए मंगल कामना करती हैं। शिवरात्रि के साथ कई पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं।
भगवान शिव को मन्त्र राज यानी मन्त्रो के रचयिता कहते है... इन्ही से मन्त्रो की उत्पत्ति हुयी है
अब जानते है कि महाशिवरात्रि के दिन क्या करे?
कुवारी कन्याये मन-पसंद वर की प्राप्ती के लिये आज के दिन शिव मन्दिर जाकर बेल पत्र चढाते हुये "ॐ नमः शिवाये" का ३२४ बार जाप करे. याद रखे "ॐ नमः शिवाय" का नही. ये मन्त्र माता पार्वती का है, इसलिये कुवारी कन्याओ की मनोकामना जल्दी पूरी होती है.
विद्यार्थियो के लियेः शिव मन्दिर जाकर भगवान शिव पर बेलपत्र चढाये और "ॐ नमः ॐ शिवाय" का ५१ बार जाप करे और मंदिर का ३ चक्कर लगाये. इससे उन्हे अध्यन मे आसानी होती है तथा विदेश मे अध्यन का योग प्रबल होता है.
- कर्ज मुक्ति के लियेः ३ पंखुडियो वाले २१ बेलपत्र भगवान शिव को चढाये और "ॐ क्लीं पातु श्रीं रक्षा ॐ नमः" का ५४० मन्त्र यानी ५ माला जाप करे.
- बच्चो की नजर बचाव के लियेः शिव मंदिर मे बेलपत्र चढाकर "ॐ अघोराय क्लीं ॐ शिवाय नमः" का जाप ३२४ बार या ३ माला जपे.
- तंत्रबाधा से बचने के लियेः भगवान शिव को बेल पत्र चढाने के बाद वहा से चढाया हुआ एक बेलपत्र घर ले आये और उसे घर के मंदिर मे रखे. अब रात के १० बजे के बाद एक तांबे के लोटे मे पानी भरकर या गंगाजल भरकर बेल पत्र से "ॐ अघोरेश्वर क्लीं हुं नमः शिवाय" का जाप करते हुये अपने घर के चारो तरफ तथा अपने व अपने परिवार के ऊपर भी छिडकाव करे.
- बिमारी जल्द ठीक होने के लियेः भगवान शिव के दर्शन के बाद वहा से ३ बेलपत्र लाकर "ॐ पाशुपतये हुं नमः शिवाय" ५४० बार या ५ माला जाप करे और बिमार ब्यक्ति के बिस्तर के नीचे सिर की तरफ रखे.
- भौतिक सुख के लियेः भगवान शिव के दर्शन के बाद वहा से ३ बेल पत्र लेकर घर आये. और "ॐ केदारेश्वर क्लीं नमः शिवाय" ३२४ बार यानी ३ माला जाप करे और उस बेल पत्र को दुकान के गल्ले मे या तिजोरी मे रखे.
- इस दिन पति-पत्नी को एक साथ मे जाकर शिव दर्शन करना चाहिये जिससे कि उनका दांपत्य जीवन सुखी रहे.
- इसके अलावा इस दिन दिक्षा अवश्य लेनी चाहिये यानी कोई न कोई साधना का संकल्प अवश्य करना चाहिये. तथा इस दिन की गयी पूजा १० गुना ज्यादा फल देती है.